Short Essay on My
Village in Hindi
मैं
एक बड़े शहर में रहता हूं परंतु मेरे दादा दादी एक गांव में रहते हैं हम वहां छुट्टियों
के दौरान जाते हैं हम सारे त्यौहार वहां मनाते हैं मेरा गांव एक छोटा गांव है वहां
के घर दुखी पुआल तथा मिट्टी के बने हैं अधिकतर ग्राम वासी गांव के लोग किसान है वह
बहुत परेशानी है वह अपने खेतों में फसलें उड़ाते हैं मेरे गांव में है ग्रामवासी बहुत साधारण जीवन बिताते हैं वह सहयोग
के साथ अपना जीवन व्यतीत करते हैं यह बहुत मददगार होते हैं मैं अपने गांव तथा ग्राम
वासियों को पसंद करता हूंरा पसंद करताडालते
हैं मेरे गांव ग्राम वासियों को में एक प्राथमिक स्कूल है गांव तथा ग्रामीणों का 1
ग्राम पंच है ग्रामवासी बहुत साधारण जीवन बिताते हैं वह सहयोग के साथ अपना जीवन व्यतीत
करते हैं यह बहुत मददगार होते हैं !
Short Essay on My Village in Hindi
Reviewed by Tuber Sarfaraz
on
March 21, 2019
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